चुनावी बांड का पूरा डेटा जारी कर दिया गया है, इसमें बताया गया कि किस कंपनी ने कौन-सी राजनीतिक पार्टी को कितना चंदा दिया है
कोर्ट ने बॉन्ड्स खरीदने वालों की सूची सार्वजनिक किए जाने के निर्देश दिए हैं
बंगाल में कभी भी कोरोना विस्फोट हो सकता है. पार्टियां इस मौके का इस्तेमाल एक उदाहरण पेश करने में कर सकती हैं. चुनाव आयोग को भी इसमें पहल करनी होगी.